तू न थकेगा कभी ...
तू न मुड़ेगा कभी....
तू न थमेगा कभी.....
कर शपथ !.. कर शपथ !...अग्निपथ !!
ये महान दृश्य है ..
चल रहा मनुष्य है...
अश्रु , स्वेद , रक्त से ..
लथपथ .. लथपथ ...!!
....अग्निपथ !!अग्निपथ !!अग्निपथ !!
--------------------------हरिवंश राय बच्चन ..[अग्निपथ]
No comments:
Post a Comment