Monday, October 29, 2012

हसीनाओं ने हमें दीवाना कहा
हमारी दीवानगी देखकर !!

जमाने ने हमें पागल कहा
हमारी सरफरोशी देखकर 

वे क्या जाने !!.
खुदा ने हमें जन्नत है बक्षी
हमारी आशिकी देखकर।।
-------------------------------हर्षल -----

Wednesday, October 24, 2012


ये अन्नेषु विविध्यन्ति पात्रेषु
पिबतो जनानाम ।
ये पथां पथी  रक्षय ऐलबृधा यव्युधा ।

ये तीर्थानी प्रचरन्ति सृकावन्तो निशान्गीणl: ।
 य ऐतावन्ताश्च भूयानोसश्च  दिशो रुद्रावितास्थीरे


यो  अस्मान द्वेष्टि च यं वयं  द्विष्म: ।

[ रुद्रा] तं वो ज्रम्भे ददामि ....।।
------------------------------------------- रुद्र संहिता ..यजुर्वेद  yajurved...

he who hates us extremely [unnecessarily ] 
And [hence] to whom we hate ..

we throw him [o powerful RUDRA] into your deadly jaws ...[destruct them by ur force]...

---------------------------------------------------- translation.... by harshal ...!!